Jharkhand (Jamtara) Train Accident: दो लोग ट्रेन से गिरकर मर गए कैसे हुई घटना? - AADHAR CARD

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Thursday, February 29, 2024

Jharkhand (Jamtara) Train Accident: दो लोग ट्रेन से गिरकर मर गए कैसे हुई घटना?

Jamtara ट्रेन दुर्घटना: झारखंड में एक भयानक दुर्घटना हुई है। दो लोग ट्रेन से गिर गए हैं। रेलवे ने मौत की घोषणा की। रेलवे ने बताया कि ट्रेन संख्या 12254 आर, जो विद्यासागर कासितार से गुजरती थी, आसनसोल डिवीजन में सात बजे रुकी थी। 


मेमू ट्रेन अप लाइन पर दो लोगों की चपेट में आ गया। मृत यात्री ट्रैक पर चल रहे थे। जेएजी ने मामले की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है।




डीआरएम आसनसोल ने कहा कि चेन पुलिंग धूल से हुआ था

DRM आसनसोल ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि डाउन लाइन अंग एक्सप्रेस आ रही थी, जिससे धूल उड़ी और चेन पुलिंग हुई। कुछ लोग नीचे उतर गए। थोड़ी देर बाद एमयू ट्रेन आई, और पहली ट्रेन से पांच सौ मीटर आगे दुर्घटना हुई।

जामताड़ा जिलाधिकारी का बयान

जामताड़ा के एसडीएम अनंत कुमार ने कहा, "कालाझारिया रेलवे फाटक के पास पैसेंजर गाड़ी रुकी थी।" पैसेंजर कुछ उतरे हैं और जो लेकर ट्रेन जा रही थी उसके चपेट में आने से कुछ लोग मर गए हैं।


बाद में हमने प्रशासन के साथ यहां पर खोज अभियान चलाया। दो शरीर अभी तक प्राप्त हुए हैं। रेलवे से हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। अगर कोई घायल इलाज के लिए अस्पताल आता है, तो एक मेडिकल ऑफिसर को परिवार वालों को बताना है।"



यात्री ट्रेन से कूदने लगे


ट्रेन में आग लगने की खबर जैसे ही उड़ी, यात्री ट्रेन से कूदने लगे. चालक ने गाड़ी रोकते ही यात्री ट्रेन से उतरने लगे। तभी आसनसोल से जसीडीह की ओर जा रही EMU पैंसेजर ट्रेन रॉन् ग साइड से कूद गई।

इस भयानक हादसे में दो शव बरामद किए गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं।दोनों शवों को उनके पास मिले आधार कार्ड की मदद से शिनाख्त की गई है। रात भर सेवा जारी रही।


हादसे के चश्मदीदों की भीड़ ने भयानक ट्रेन दुर्घटना को बयां किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कालाझरिया के पास भागलपुर-यशवंतपुर ट्रेन की पटरी घुमावदार होने के कारण दूसरी ओर से आ रही आसनसोल-झाझा ईएमयू की गति काफी कम हो गई थी। यही कारण था कि ट्रेन से उतरे सैंकड़ों लोगों ने कूदकर बच निकला। अगर ऐसा नहीं होता तो हादसे में दर्जनों लोग मर जाते।



घटनास्थल पर हुई अशांति के बीच बैग, चप्पल और बोतल फेंके गए। जबकि दर्जनों लोगों की बोतल, चप्पल और जूते बेतरतीब बिखरे हुए थे। मृत शरीर इतना खराब हो गया था कि पटरियों पर खून के धब्बे थे। RPFT की टीम ने दोनों बैग को सुरक्षित रखवाया।


जिला परिषद सदस्य और स्थानीय ग्रामीण सुरेंद्र मंडल ने कहा कि मामला निंदनीय है क्योंकि कई यात्रियों ने गांवों में आसरा लिया। जिले के पुलिस अधीक्षक को तुरंत सूचना दी गई। रेलवे से मरने वालों और घायलों के परिजनों को तुरंत मुआवजा देने की मांग की।


उस समय, भागलपुर-यशवंतपुर से अफरातफरी में निकले हजारों यात्रियों ने पैदल ही कासीटांड़ स्टेशन पर पहुंचकर आसरा लिया और जसीडीह और जामताड़ा जाने के लिए ट्रेन की प्रतीक्षा करते रहे।
 

 

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